पहले भी कभी सुनी थी, ये प्यार की बातें
पहले भी दिल को बहुत दुखाया है
आज फिर तुमने कुरेदे है, वो ज़ख़्म
आज फिर इस दिल को रुलाया है...!!!
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जीवन का हर पन्ना रंगीन नहीं होता
हर रोने वाला गमगीन नहीं होता
एक ही दिल को कोई कब तक तोड़ेगा
अब तो कोई जलता भी है तो यकीं नहीं होता...!!!
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दुश्मन भी मेरे मुरीद हैं शायद
वक़्त बेवक्त मेरा नाम लिया करते हैं
मेरी गली से गुज़रते हैं छुपा के खंजर
रु-ब-रु होने पर सलाम किया करते हैं...!!!
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एक पल भी सोती नहीं है आँखे, चले आईये
आँसुओं के संग गुजरती है राते, चले आईये
इन्तजार के मोती रोज लुटाती है आँखे
बड़ा सताती है तुम्हारी बाते, चले आईये...!!!
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